राजस्थान के संभाग


1. जयपुर संभाग- 5 जिले जयपुरदौसासीकरअलवरझुंझुनू
2. जोधपुर संभाग- 6जिले
 जोधपुरजालौरपालीबाड़मेरसिरोहीजैसलमेर
3. भरतपुर संभाग- 4 जिले
 भरतपुरधौलपुरकरौलीसवाईमाधोपुर
4. अजमेर संभाग- 4 जिले
 अजमेरभीलवाड़ाटोंकनागौर
5. कोटा संभाग- 4जिले
 कोटाबुंदीबांराझालावाड़
6. बीकानेर संभाग- 4 जिले
 बीकानेरगंगानगरहनुमानगढ़चुरू
7. उदयपुर संभाग- 6 जिले
 उदयपुरराजसंमदडूंगरपुरबांसवाड़ा
चित्तौड़गढ़
प्रतापगढ़
अन्तराष्ट्रीय सीमा बनाने वाले संभाग-
 -बीकानेर व जोधपुर
सर्वाधिक अन्तराष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग-  जोधपुर
न्युनतम अन्तराष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग-
बीकानेर
अन्तराज्जीय सीमा बनाने वाले संभाग
सातदो बार अन्तराज्जीय सीमा बनाने वाला संभाग- उदयपुर(चित्तौड़गढ़ के दो भाग)
सर्वाधिक अन्तराज्जीय सीमा बनाने वाला सम्भाग-
  उदयपुर
न्युनतम अन्तराज्जीय सीमा सीमा बनाने वाला संभाग-
  अजमेर
अन्तराज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग-
  भरतपुर
अन्तराज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा संभाग -जोधपुर
सभी 6 संभागों की सीमा से लगने वाला संभाग-
अजमेर
राजस्थान का मध्यवर्ती संभाग--अजमेर
सबसे अधिक नदियां वाला जिला- चित्तौड़गढ़
सबसे कम नदियों वाला संभाग- ____बीकानेर(बीकानेर व चुरू जिले में कोई नदी नहीं बहती है)
सर्वाधिक नदियों वाला संभाग- कोटा
राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरूआत 1949 में हीरालाल शास्त्री सरकार द्वारा की गई।

अप्रैल1962 में मोहनलाल सुखाडि़या सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया।
15 जनवरी
1987 में हरि देव जोशी सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था की शुरूआत दुबारा की गई।
1987 में राजस्थान का छठा संभाग अजमेर को बनाया गया। यह जयपुर संभाग से अलग होकर नया संभाग बना।राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप 1 नवम्बर 1956 को आया। वर्तमान में राजस्थान में 6 जिलों वाले 2संभाग(जोधपुर व उदयपुर) है